
रायगढ़, 3 दिसंबर 2024: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर निवासी 66 वर्षीय कौशल प्रसाद कौशिक के साथ 30.61 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। पीड़ित ने 1 दिसंबर को रायगढ़ के सिटी कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी यशवंत पटनायक को गिरफ्तार कर लिया है। मामले में शामिल अन्य आरोपियों, सतीश साहू और श्रीमती निर्मला निषाद, की तलाश जारी है।
कैसे हुआ फर्जीवाड़ा?
यह ठगी 2016 से शुरू हुई, जब गेवरा परियोजना में कार्यरत कौशल प्रसाद ने सहकर्मी के जरिए श्रीमती निर्मला निषाद से संपर्क किया। निर्मला ने रायगढ़ निवासी सतीश साहू का परिचय करवाया, जिसने नौकरी दिलाने का झांसा देकर 1,17,000 रुपये हड़प लिए।
इसके बाद, 2018 में, सतीश ने यशवंत पटनायक से मुलाकात कराई। यशवंत ने जिंदल कंपनी में नौकरी और जमीन दिलाने का झांसा देकर कौशल प्रसाद से 29.44 लाख रुपये ठग लिए।
जमीन के नाम पर नया झांसा
2022 में, यशवंत ने जिंदल कंपनी के सोलर प्लांट के लिए जमीन दिलाने के नाम पर एक और जाल बिछाया। कौशल प्रसाद और उनके मित्र ने जमीन देखने गए, लेकिन कोई प्रमाण नहीं मिला। पैसे वापस मांगने पर यशवंत ने अप्रैल 2024 में 10 लाख रुपये का चेक भेजा, लेकिन जांच में पता चला कि उसका बैंक खाता पहले ही बंद हो चुका है।
पुलिस की कार्रवाई
कौशल प्रसाद की शिकायत पर थाना कोतवाली ने केस दर्ज किया। एसपी दिव्यांग कुमार पटेल के निर्देशन में पुलिस ने मुख्य आरोपी यशवंत पटनायक को गिरफ्तार किया। पूछताछ में यशवंत ने फोन पे और बैंक खातों के जरिए 10 लाख रुपये की ठगी स्वीकार की है। उसे रिमांड पर भेज दिया गया है, जबकि अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।
पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है और फरार आरोपियों को जल्द पकड़ने का आश्वासन दिया है।